वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट वॉल का शुभारंभ

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वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने राष्ट्रीय राजधानी में ग्रामीण विकास मंत्रालय के सहयोग से ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) कार्यक्रम की शुरुआत की है। ग्रामीण विकास मंत्रालय के अपर सचिव चरणजीत सिंह और डीपीआईआईटी की निदेशक सुप्रिया देवस्थली ने 11 अगस्त को सरस आजीविका स्टोर, नई दिल्ली में ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट वॉल’ का उद्घाटन किया है। सरस आजीविका स्टोर में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट वॉल दो महत्वपूर्ण मंत्रालयों के बीच सामंजस्यपूर्ण साझेदारी का प्रतीक है।

एक जिला एक उत्पाद वॉल

एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम देश के स्वदेशी शिल्प और कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। इस पहल का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण अनुरुप देश के सभी जिलों में संतुलित क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देकर लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक जिले से एक अद्वितीय उत्पाद का चयन किया जाता है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) कार्यक्रम पूरे देश में उत्पादों की विविध श्रृंखला का प्रदर्शन करता है, जिसमें हथकरघा और हस्तशिल्प सहित विभिन्न क्षेत्रों को शामिल किया गया है। यह कार्यक्रम अपनी पहुँच एवं प्रभाव का विस्तार करने के लिए बड़ी रणनीति के रूप में देश को विशिष्ट शिल्प कौशल एवं उद्यमिता का आत्मनिर्भर केंद्र बनाने में मूल्यवान सहयोग करता है।

ओडीओपी कार्यक्रम ने एक महत्वपूर्ण सहयोग के रुप में ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ उत्पाद टैगिंग और स्टोरी कार्ड जैसी नवीन सुविधाओं को लागू करने में साथ दिया है। इनका उद्देश्य उपभोक्ताओं और उत्साही लोगों को एम्पोरियम तक लाना है। इससे बिक्री को बढ़ावा मिल सकेगा और भारत के असाधारण उत्पादों की दृश्यता में बढ़ोत्तरी हो सकेगी।

सरस आजीविका, दीनदयाल अंत्योदय (डीएवाई-एनआरएलएम) और ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार की एक पहल है। यह महिला सशक्तिकरण का बहुत बड़ा समर्थक है। इसमें महिला कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के विकास और उत्थान पर विशेष ध्यान दिया जाता है। सरस आजीविका अपने बेहतरीन उत्पादों के लिए एक विशेष बाजार तैयार करते हुए महिलाओं के कौशल एवं प्रतिभा को बढ़ावा देता है। इससे महिलाओं को स्वतंत्र उद्यमी बनने में सहायता मिलती है।

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